मानव अधिकारों को सार्वभौम घोषणा

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अनुज्छेह १
सभी मनुष्यों को गौरव और अधिकारों के मामले में जन्मजात स्वतन्त्रता और समानता प्राप्त है । अन्हें बुद्धि और अन्तरात्मा फी दीन प्राप्त है और परस्पर उन्हें भाईचारे के भाव से बतघि करना ।

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अनुज्छेह १८
प्रत्येक ठ्यक्ति को विचार, अन्तरात्मा और धर्म की आज&ादी का अधिकार हे । इस अधिकार के अन्तर्गत अपना धर्म या विश्नास बदलने और अकेले या दूसरों के साय मिलकर ततहा सार्वजनिक रूप में अयवा निजी तौर पर अपने धर्म या विश्नास को शिक्शा, क्रिया, स्वतन्त्रता है ।

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